लाभ हानि की अवधारणा और ट्रिक्स :
लागत मूल्य/क्रयमूल्य -जिस मूल्य पर कोई वस्तु खरीदी जाती है, उसे उसका लागत मूल्य/क्रयमूल्य कहते है, इसे (C.P.) द्वारा दर्शाया जाता हैl
विक्रय मूल्य-जिस मूल्य पर कोई वस्तु बेचीं जाती है, वह उसका विक्रय मूल्य कहलाता है, इसे (S.P.) दर्शाया जाता है l
1. यदि किसी वस्तु लागत मूल्य/क्रयमूल्य (C.P.) और विक्रय मूल्य (S.P.) बराबर है, तब उस पर कोई लाभ या हानि नहीं होगी l
2. यदि विक्रय मूल्य (S.P.) > लगात मूल्य/क्रयमूल्य (C.P.) है, तो कहा जायेगा की विक्रेता को लाभ हुआ है या हानि
लाभ या हानि : S.P. - C.P.
हानि = C.P. - S.P.
4. Gain% = {(Gain*100)/C.P.}
5. Loss% ={(Loss*100)/C.P.}
6. S.P. = {(100+Gain%)/100 * C.P.}
7. S.P. = {(100 - Loss%)/100 * C.P.}
8. C.P. = {(100/(100+Gain%) *
S.P.}
9. C.P. = {(100/(100 - Loss%) * S.P.}
10. यदि कोई वस्तु 30% लाभ/फायदे पर बेचीं गयी, तब S.P. = C.P का 130%
11. यदि कोई वस्तु 20% हानि पर बेचीं जाती है, तब S.P. = C.P. का 80%
12. जब को व्यक्ति किन्ही दो वस्तुयों में से एक को लाभ का x% माना जायेगा और अन्य की हानि को x% माना जायेगा इस प्रकार के सौदे में विक्रेता को हमेशा हानि उठानी पड़ती है = {x^2/100}%
13. किसी छूट क्रम में किसी विक्रेता द्वारा दी x% and y% गयी छुट =
{x +y - xy/100}%
14. यदि कोई व्यापारी किसी वस्तु को लागत मूल्य पर बेचता है, पर कम वजन देता है, तब लाभ है = {त्रुटी (वास्तविक मूल्य - त्रुटी) x 100}%
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