अनुपात और समानुपात की अवधारणा और ट्रिक्स
अनुपात क्या है?
एक अनुपात एक ही तरह के विभाजन से दो संख्याओं के बीच एक सम्बन्ध है। a और b के अनुपात को a : b = a / b इस प्रकार से लिखा जाता है l अनुपात a : b में, हम a को प्रथम पद या पूर्वपद और b, को द्वितीय या अनुगामी (consequent) पद कहते है l
उदहारण : अनुपात 4 : 9 को हम 4 / 9 के रूप में लिख सकते है, इसमें 4 पूर्वपद है औरअनुगामी (consequent) = 9
अनुपात के नियक : अनुपात में, अनुपात के प्रत्येक पद एक जैसे अशून्य अंको के साथ गुणन व विभाजन को प्रभावित नहीं करते l
अनुपात पर आधारित विभिन्न प्रश्न संख्यात्मक योग्यता (Quantitative Aptitude) वाले खंड में दिए जाते हैं जोकि प्रतियोगी परीक्षायों में महवपूर्ण टॉपिक होता है l अच्छी तरह से तैयारी करने की लिए आपको कुछ उदहारण किये जायेंगे l
हम ने जो कुछ भी स्कूल में पढ़ा है वह मुलभुत था और जो परीक्षा में पास होने के लिए पर्याप्त था l इसके लिए हमें मुलभुत अवधारणा के साथ कुछ नया भी पढ़ना होता है l यहाँ शॉर्टकट ट्रिक्स और सूत्र भी उपयोगी होते हैं l
समानुपात क्या होता है?
सामान अनुपात की अवधारणा की अनुसार दो अनुपात बराबर होते हैं :
यदि a : b = c : d, तो इसको a : b : : c : d, के रूप में लिखा जाता है l
उदहारण : 3 / 15 = 1 / 5
a और b अन्तिम पद (extremes) कहलाते हैं, जहाँ b और c मध्य पद है l
मात्र की अनुपात
दिए गए अनुपात a, b, c, d चार मात्राएँ है, तब हम लिख सकते है :a : b = c : d
तब a : b : : c : d <–> ( a x d ) = ( b x c )
मध्य पद का गुनफल (product of means) = अंतिम पद के गुनफल
यदि a, b, c एक ही तरह की तीन मात्राएँ दी है, तो हम कह सकते है कि या क्रमागत के अनुपात है l
a : b = b : c मध्य समानुपात है b, मध्य अनुपात कहलाता है l a और c को अंतिम संख्या कहलाता है l
इसलिए , b^2 = ac. ( मध्य संख्या )^2 = ( प्रथम संख्या x अंतिम संख्या ).
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