भारतीय राजव्यवस्था श्रृंखला- भारतीय संविधान के रूप-रेखा
भारतीय संविधान के रूप-रेखा
सन 1946 के कैबिनेट मिशन प्लान के अंतर्गत था, भारत में संविधान की रूप-रेखा बनाने के लिए संविधान सभा गठन किया गया l सविधान सभा का चुनाव अविभाजित भारत के लिए गिया गया और इसकी प्रथम बैठक का आयोजन 9दिसम्बर 1946 को किया गया, जिसका 14 अगस्त 1947 को भारत डोमिनियन के लिए संप्रभु संविधान सभा के रूप में पुन: आयोजन किया गया l 3 जून, 1947 की योजना के अंतर्गत विभाजन के परिणाम स्वरुप, पाकिस्तान के लिए अलग से सविधान सभा का गठन किया गया l
बंगाल, पंजाब, सिंध, उत्तर-पश्चिमी सीमांत प्रांत, बलूचिस्तान और असम के सिलहट जिला (जो, एक जनमत संग्रह द्वारा पाकिस्तान में शामिल हुए थे) के प्रतिनिधी भारत की संविधान सभा के सदस्यों के नहीं रह गए थे और नये प्रान्त पश्चिमी बंगाल और पूर्वी पंजाब (इसलिए, जब संविधान सभा अक्टूबर 31,1947 पुन: आयोजित की गयी) के सदस्यों के कम हो जाने के बाद सदन के सदस्य की संख्या 299 रह गयी l
26 नवम्बर, 1949 को सविधान सभा की बैठक में 299 में से 284 सदस्यों ने भाग लिए और अंत में उपस्थित सदस्यों के हस्ताक्षर करके संविधान को पारित किया l
भारतीय संविधान सभा का गठन की प्रकार से हुआ?
भारत की संविधान सभा चयन के प्रांतीय विधान सभा (निचले सदन केवल) के सदस्यों द्वारा अप्रत्यक्ष चुनाव के माध्यम से निर्वाचित की गयी l
इस योजना महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार से थे :
(i) प्रांतों से 292 सदस्यों चुने गए; जबकि भारतीय राज्यों में अधिकतम 93 सीटों को आवंटित किया गया l
(ii) प्रत्येक प्रांत में सीटों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में, तीन मुख्य समितियों मुस्लिम, सिख, और जनरल के बीच वितरित किया गया।
(iii) प्रांतीय विधानसभा में प्रत्येक समुदाय के सदस्य ने एकल संक्रमणीय मत के साथ आनुपातिक पद्धति के द्वारा अपने प्रतिनिधित्व का चुनाव किया l
(iv) भारतीय राज्यों के प्रतिनिधियों के मामले में चयन की विधि को नामांकन द्वारा निर्धारित किया गया था।
प्रारूप समिति के प्रावधानों में प्रत्येक अनुच्छेद विचार करने के लिए संविधान सभा की अगली बैठक नवम्बर 1948 में आयोजित की गयी l अनुच्छेद का दूसरा वाचन17 अक्टूबर, 1949 को किया गया और जब संविधान पर सभापति ने हस्ताक्षर किये और उसे पारित किये जाने की घोषणा गयी, तब इसका तीसरा वाचन 26 नवम्बर,1949 किया गया l संविधान के कुछ प्रावधानों – जोकि नागरिकता, चुनाव, अंतरिम संसद आदि से संबंधित उन्हें तुरंत प्रभाव से लागू कर किया गया जबकि शेष संविधान 26 जनवरी 1950 को अस्तित्व में आया क्योंकि कांग्रेस ने इस दिन 26 जनवरी को, 26 जनवरी, 1930 से सवतंत्रता दिवस के रूप में माना रही थी l संविधान सभा ही पहली अस्थायी संसद बनी l प्रथम संसदीय चुनावों का आयोजन1952 l
संविधान का अंगीकरण
29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा ने डॉ. अम्बेडकर की अध्यक्षता में प्रारूप समिति की नियुक्ति की l इस समिति ने फरवरी 1948 को भारतीय संविधान का प्रारूप तैयार किया l
प्रारूप समिति के सदस्य
1. डॉ. बी.आर. अम्बेडकर (अध्यक्ष)
2. एन. गोपालस्वामी अय्यानगर
3. अल्लादी क्रिशानास्वामी अय्यर
4. के.एम. मुन्सी
5. मोहम्मद, सालुदीन
6. बी.एल. मित्तर (बाद में इनके स्थान पर माधव राव को सम्मिलित किया गया)
महवपूर्ण तथ्य :
1) भारत के संविधान की रूपरेखा संविधान सभा द्वारा तैयार की गयी जिसे कैबिनेट मिशन योजना (1946) के अंतर्गत स्थापित किया गया था l
2) स्वतंत्र भारत के लिए संविधान का प्रारूप तैयार करने के ऐतिहासिक कार्य को पूरा करने में संविधान सभा को लगभग 3 वर्ष (2 साल, 11 महीने और 18 दिन) का समय लगा l
3) इस अवधि के दौरान, 165 दिनों में कुल 11 सत्रों आयोजन किया गया । इनमें से 114 दिनों संविधान का प्रारूप तैयार करने पर विचार और चर्चा पर व्यय किए गए।
4) डॉ. सचिदानंद सिन्हा संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष थे l उसके बाद डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को इसका अध्यक्ष चुना गया जबकि डॉ. बी.आर अम्बेडकर को प्रारूप समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया l
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